Thought of the day

Friday, November 2, 2007

बदलती ग्रह स्थिति, बदलते समीकरण

22 नवम्बर 2007, प्रातः 05:04:17 बजे (भारतीय समयानुसार) गुरू धनु राशि में सक्रांति कर रहे है। वैदिक ज्योतिष के नियमानुसार, जब कोई ग्रह सक्रांति करे तो उस समय की खागौलिक स्थिति का विशलेषण आने वाले समय की महत्त्वपूर्ण जानकारी देता है। आएये तो एक नज़र डालें और आगामी सक्रांति दिनों में छिपी कुछ संभावनाओं को तलाशें।

भारत
सत्ताहस्तांतरण का समय है। मैं इस संवत की भविष्यवाणी में बार बार इस बात कि उठा चुका हूँ कि पदासीन राजा का पतन होगा। दिल्ली MCD, पंजाब (फरवरी 2007), उत्तर प्रदेश की सतारूढ राजनैतिक दल पहले ही ग्रह चाल की भेंट चढ चुके हैं। अब गुजरात की बारी है।
पर मेरी नज़र से शुरू से ही केन्द्र पर टिकी है – और अब तो ग्रह भी उधर इशारा कर रहे हैं।


पाकिस्तान
अभी तक पाकिस्तान से मुस्लिम गुटों के परस्पर टकराव की खबर आती थी। अब देखना यह है कि वहाँ गैर मुस्लिम सामाज कैसे अपना रोष दिखाता है! और उससे भी अधिक की उनका दमन किस हद तक सत्ता-भोगियों के आसन हिलाता है।

जापान
जब मैं जुलाई में जापान में था तो एक गोष्ठी में यह भविष्यवाणी देकर आया था कि जापान यातायात से संबंधित कोई नई टेक्नोलॉजी का विकास, कोई बडी वाहन दुर्घटना व राजनैतिक उथल-पुथल होगी। बाद में पता चला कि जिस समय मैं गोष्ठी को संबोधित कर रहा था तभी कोई रेलगाडी पलटी थी। बाद में कई विमान हादसे हुए। पिछ्ले महीने जापान ने नए पर्यावरण-अनुकूल रेल इंजन का ईजाद किया गया।


किंतु अब समय है एक और महत्त्वपूर्ण बात सच होने का। कई देशों के राजनैतिक समीकरण बहुत तेज़ी से बदलेंगे। और ऐसा मै काफ़ी समय से इशारों में कह रहा हूँ। आखिर ग्रह अपनी चाल बदलें और कुछ न बदले...
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