कल, 21 जनवरी 2008, को शेयर बाजार 1000 से भी ज्यादा पॉइण्ट गिरा। अक्सर मीडिया ऐसी तस्वीर पेश करता है कि पता नहीं क्या हो गया। और पता नहीं क्या हो जाएगा...
पर मित्रो, मेरी सोच कुछ अलग है। शेयर बाजार तो गिरता-उठता ही रहता है। यही इसका खेल है। और बुद्धिमान इसी खेल से कमाने का काम करते हैं। मैं अक्सर अपने यजमानों से कहता हूँ चढते बाजार से तो सभी कमाते हैं – सवाल है गिरते बाजार से कमाना।
विचार कीजिए कि ‘यही समय है’ प्रवेश का। बाजार की गिरावट से गिरे भावों में शेयर खरीदने का। समझदारी है यदि खुद इस व्यापार के जानकार नहीं हैं तो किसी म्यूचूअल-फण्ड के माध्यम से प्रवेश करें।
हाँ, अब और गिरेंगे ऐसा इंतजार न करें, अगर निवेश करना है तो कर दें (किसी जानकार की सलाह से) और दो-तीन साल के बाद सही समय पर किए निवेश का लाभ उठाएँ।